स्वतंत्रता दिवस 2025: ऊर्जास्त्रोत परिवार ने 20 से अधिक विद्यालयों में 6000 से अधिक बच्चों के संग मनाया आज़ादी का पर्व











🇮🇳 “79वाँ स्वतंत्रता दिवस – ऊर्जास्त्रोत की देशभक्ति की अनोखी मिसाल” 🇮🇳
भारत के 79वें स्वतंत्रता दिवस पर ऊर्जास्त्रोत परिवार ने राष्ट्रप्रेम और एकता का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया। तिरंगे की आन–बान–शान को नमन करते हुए, हमारे साथियों ने आनंद ज़िले की 20 से अधिक प्राथमिक शालाओं में जाकर बच्चों संग यह पावन पर्व मनाया। यह केवल एक आयोजन नहीं था, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के दिलों में देशभक्ति, सेवा और समर्पण की ज्वाला प्रज्वलित करने का संकल्प था।
15 अगस्त का पर्व भारतीयों के लिए सिर्फ़ एक तिथि नहीं बल्कि आज़ादी की अनमोल सौगात और बलिदान की गाथा है। इसी भावना को जीवंत करने के लिए इस वर्ष ऊर्जास्त्रोत परिवार ने आनंद ज़िले की 20 से अधिक प्राथमिक शालाओं में पहुँचकर स्वतंत्रता दिवस का आयोजन किया।
खडीपूरा, डाकोर, विरवंसदा, खंभोडज, सामरखा, अक्षमपुरा, गणेश चौकड़ी, मूडीयाद, सारसा, बोडाल, दागजीपुर, ईश्वरपुरा, बालापुर, मकनपुरा, गामडी, रूपापुर समेत अनेक गाँवों के विद्यालयों में ध्वजारोहण किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रांगण तिरंगे के रंगों से सजे और वातावरण “भारत माता की जय” तथा “वंदे मातरम्” के नारों से गूंज उठा।
✨ विशेष बात यह रही कि इस कार्यक्रम में 6000 से अधिक बच्चों ने भाग लिया। उनके चेहरों पर उमंग, आँखों में चमक और दिल में देशभक्ति की भावना स्पष्ट दिखाई दी। बच्चों ने न सिर्फ़ तिरंगे की शान को महसूस किया बल्कि उन्होंने एक स्वर में आज़ादी के अमर सेनानियों को भी नमन किया।
📍 कार्यक्रम के अंतर्गत सभी बच्चों को बिस्किट का वितरण किया गया, ताकि वे इस पर्व को उत्साह और मिठास के साथ याद रख सकें। विद्यालयों के शिक्षकगण और स्थानीय ग्रामजनों ने भी इस पहल की सराहना की और इसे राष्ट्रप्रेम की सच्ची मिसाल बताया।
🙏 ऊर्जास्त्रोत परिवार का संकल्प स्पष्ट है – “राष्ट्र के लिए – राष्ट्र के साथ” हर गाँव–हर विद्यालय तक ऊर्जा और जागरूकता पहुँचाना ही हमारा ध्येय है। स्वतंत्रता दिवस का यह आयोजन केवल ध्वजारोहण तक सीमित नहीं था, बल्कि यह आने वाली पीढ़ी में राष्ट्रभक्ति, एकता और समाज सेवा की अलख जगाने का प्रयास भी था।
इस आयोजन ने साबित किया कि जब समाज और संस्थाएँ मिलकर कार्य करती हैं, तो देश का भविष्य और भी उज्ज्वल होता है। बच्चों की मुस्कान और उनकी देशभक्ति ही ऊर्जास्त्रोत परिवार के लिए सबसे बड़ा पुरस्कार है।
भारत के 79वें स्वतंत्रता दिवस पर ऊर्जास्त्रोत परिवार ने राष्ट्रप्रेम और एकता का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया। तिरंगे की आन–बान–शान को नमन करते हुए, हमारे साथियों ने आनंद ज़िले की 20 से अधिक प्राथमिक शालाओं में जाकर बच्चों संग यह पावन पर्व मनाया। यह केवल एक आयोजन नहीं था, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के दिलों में देशभक्ति, सेवा और समर्पण की ज्वाला प्रज्वलित करने का संकल्प था।
15 अगस्त का पर्व भारतीयों के लिए सिर्फ़ एक तिथि नहीं बल्कि आज़ादी की अनमोल सौगात और बलिदान की गाथा है। इसी भावना को जीवंत करने के लिए इस वर्ष ऊर्जास्त्रोत परिवार ने आनंद ज़िले की 20 से अधिक प्राथमिक शालाओं में पहुँचकर स्वतंत्रता दिवस का आयोजन किया।
खडीपूरा, डाकोर, विरवंसदा, खंभोडज, सामरखा, अक्षमपुरा, गणेश चौकड़ी, मूडीयाद, सारसा, बोडाल, दागजीपुर, ईश्वरपुरा, बालापुर, मकनपुरा, गामडी, रूपापुर समेत अनेक गाँवों के विद्यालयों में ध्वजारोहण किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रांगण तिरंगे के रंगों से सजे और वातावरण “भारत माता की जय” तथा “वंदे मातरम्” के नारों से गूंज उठा।
✨ विशेष बात यह रही कि इस कार्यक्रम में 6000 से अधिक बच्चों ने भाग लिया। उनके चेहरों पर उमंग, आँखों में चमक और दिल में देशभक्ति की भावना स्पष्ट दिखाई दी। बच्चों ने न सिर्फ़ तिरंगे की शान को महसूस किया बल्कि उन्होंने एक स्वर में आज़ादी के अमर सेनानियों को भी नमन किया।
📍 कार्यक्रम के अंतर्गत सभी बच्चों को बिस्किट का वितरण किया गया, ताकि वे इस पर्व को उत्साह और मिठास के साथ याद रख सकें। विद्यालयों के शिक्षकगण और स्थानीय ग्रामजनों ने भी इस पहल की सराहना की और इसे राष्ट्रप्रेम की सच्ची मिसाल बताया।
🙏 ऊर्जास्त्रोत परिवार का संकल्प स्पष्ट है – “राष्ट्र के लिए – राष्ट्र के साथ” हर गाँव–हर विद्यालय तक ऊर्जा और जागरूकता पहुँचाना ही हमारा ध्येय है। स्वतंत्रता दिवस का यह आयोजन केवल ध्वजारोहण तक सीमित नहीं था, बल्कि यह आने वाली पीढ़ी में राष्ट्रभक्ति, एकता और समाज सेवा की अलख जगाने का प्रयास भी था।
इस आयोजन ने साबित किया कि जब समाज और संस्थाएँ मिलकर कार्य करती हैं, तो देश का भविष्य और भी उज्ज्वल होता है। बच्चों की मुस्कान और उनकी देशभक्ति ही ऊर्जास्त्रोत परिवार के लिए सबसे बड़ा पुरस्कार है।